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बीकानेर ऊंट उत्सव शुरू होने से पहले ही विवाद! प्रशासन के निर्णय से रौबीले खफा!!

रौबीले उखड़ गये तो खत्म हो जाएगा ऊंट उत्सव का रौब!

RNE, Bikaner.

कैमल फेस्टिवल में बीते साल महिलाओं को निर्णय को लेकर हुए विवादों सहित यूं तो बीकानेर का कैमल फेस्टिवल हर साल किसी न किसी विवाद का शिकार रहता है लेकिन इस बार उत्सव शुरू होने से पहले ही विवाद खड़ा हो गया है। ऊंट उत्सव को खास पहचान देने वाले बीकानेर के रौबीले प्रशासन के एक निर्णय से इतने खफा हो गये हैं कि उत्सव से पहले सड़क पर उतर आये हैं। चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने अपना निर्णय वापस नहीं लिया तो वे ऊंट उत्सव में भागीदारी पर भी विचार कर सकते हैं। ऐसे में अगर ऊंट उत्सव में रौबीले नहीं रहे तो पूरा उत्सव ही फीका हो सकता है। इसे देखते हुए प्रशासन में भी हलचल शुरू हो गई है।

मामला यह है:

दरअसल रौबीले इस बात पर खफा है कि इस बार प्रशासन ने ऊंट उत्सव में मिस्टर बीकाणा, मिस बीकाणा जैसी प्रतियोगिताएं हटा दी है। इसकी जगह सिर्फ इन रौबीलों और मरवणों का शो रख दिया है। ऐसे में प्रतियोगिाताओं में भागीदारी कर खिताब जीतने के इच्छुक रौबीलों, मरवणों मंे इस निर्णय को लेकर खास आक्रोश है। यही वजह है कि कई प्रतिनिधियों ने मंगलवार को पर्यटन विभाग और कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया। ज्ञापन दिया। ज्ञापन देने वालों में राहुल थानवी, चंद्रप्रकाश, अशोक बोहरा, माइकल, रविन्द्र जोशी, नवनीत, योगेश सेवग, गोपाल बिस्सा आदि शामिल रहे। पद प्रदर्शनकारियों ने कहा ‘रौबीलों को दाढ़ी-मूंछ बढ़ाने, शेप देने और इन्हें सहेजने में सालों लगते हैं। एक दिन में ये तैयारी नहीं होती। प्रशासन ने झटके से निर्णय लेकर उत्सव को फीका करने की कोशिश की है। प्रतियोगिता को वापस ऊंट उत्सव के कार्यक्रम में शामिल करवाया जाए।